से होंगे मोदी जी 400 पार शायद यह गणित हर किसी के पास नहीं है सबसे पहले मोदीजी किसी को भी खुश नहीं करते हैं जनहित के जो सवाल पिछले सालों से उलझे थे, उन्होंने वह सुलझाये, मुस्लिम समुदाय को कभी नहीं कहा कि आप हमें बोट दें लेकिन सेवा और जो आपका अधिकार है वह आप को मिलता रहेगा, राशन फ्री जो कोरोना काल से मिल रहा है वह मिलता रहेगा इसका मतलब हरेक गरीब आदमी हमारे दिलों दिमाग में रहना चाहिए जो अन्य पार्टियों से टूटकर भाजपा मे शामिल हुए हैं उन्होंने बैठकों में जब हिस्सा लिया तो पुराने दलों से जुड़े रहने पर उन्होंने मोदी जी के काम करने और करवाने से माना कि लोकतंत्र में मोदी जी का होमवर्क अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का समग्र विकास ही उनके काम करने का प्रथम अजंडा रहता है, राजनीति मे अकूत संपत्ति अर्जित करने और देश के विषय में कुछ भी नहीं सोचने की राजनीतिक दलों के लोगों को उन्होने याद दिलवाया कि लोकतंत्र में आम आदमी का विश्वास कैसे जीता जाता है इसलिए अपने काम और आंतरिक उर्जा के कारण हरेक आदमी का चिंतन-मनन करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार हम 400 पार के लिए संघर्ष करते हुए चुनाव मैदान में जायेंगे इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि जनता को हमारे देशभक्ति के जज्बे की परख हमारे अंदर देखकर हिन्दुस्तान की जनता को कोई गुमराह नहीं कर पायेगा विपक्षी लोगों ने मंहगाई और बेरोज़गारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करी लेकिन वह इस मुद्दे पर खुद ही फंस गए लोगों ने उनसे पूछा कि तुम यह क्यों नहीं कह रहे हो कि हम तुम्हें सरकारी नौकरी और मंहगाई को खत्म करेंगे केवल मोदी से पुछो ही तक विपक्ष घेरने मे कामयाब बना रहना चाहता था जनता ने नकार दिया ऐसे में मोदी जी को विश्वास है 400 पार भ्रष्टाचार पर उनका स्टैंड पहली की तरह प्रखर है जीरो टॉलरेंस आगे 4 जून को पता चलेगा तब-तक सभी को