मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश में गरीब परिवारों की बेटियों की शादी में सहयोग करेगी । इसके लिए राज्य सरकार सामूहिक कन्या विवाह योजना का प्रस्ताव तैयार कर रही है।योजना का नाम मुख्यमंत्री कन्यादान योजना होगी। मुख्यसचिव ने इस सम्बन्ध में बैठक बुलाई है। बैठक में समाज कल्याण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के प्रस्ताव पर चर्चा होगी और उसका प्रस्तुतीकरण होगा। बैठक में वित्त विभाग,पंचायती राज विभाग, शहरी विकास, ग्राम्य विकास, श्रम व महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के अधिकारियों को भी बुलाया गया है। और योजना को राज्य में लागू करने के निर्देश दिए हैं।
योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बाल विवाह जैसे असामाजिक कृतियों को रोकना बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना और ऐसे परिवारों की मदद करना जो गरीबों के कारण अपनी कन्या का विवाह अच्छे ढंग से नहीं कर पा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में यह योजना शुरू हो चुकी है। वहां योजना के तहत उन्हें परिवारों को पात्र माना जाता है जिनकी सालाना आई दो लाख रूपए है। वहां सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रति युगल 51 हजार खर्च का प्रावधान है, जिसमें 35000 हजार रुपए वधु को दांपत्य जीवन, गृहस्थी शुरू करने के लिए उसके बैंक खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं। 10 हजार रुपए की उपहार सामग्री वर वधु को विवाह के अवसर पर दी जाती है, 6000 रुपये समारोह के आयोजन के लिए खर्च होते हैं। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने इस योजना को राज्य में लागू करने के निर्देश दिए हैं।