प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी के चुनावी मैदान में अब सिर्फ 8 प्रत्याशी बचे हैं. बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद 41 में से 33 लोगों के नामांकन को रद्द कर दिया गया. इन सभी नामांकन के खारिज होने के बाद अब 8 लोग चुनावी मैदान में हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इंडी गठबंधन के अजय राय, बहुजन समाज पार्टी के अतहर जमाल लारी समेत अन्य निर्दलीय व कुछ रीजनल पार्टियों के प्रत्याशी शामिल हैं.जिलाधिकारी वाराणसी एसराज लिंगम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत जिन लोगों का पर्चा सही पाया गया है, उन सभी के नामांकन पत्र को अनुमति दी गई है, लेकिन जिनके परिचय में कोई भी गड़बड़ी थी, उन्हें सूचना देने के साथ उनका पर्चा खारिज किया जा चुका है. इसमें प्रधानमंत्री के खिलाफ ताल ठोकने वाले श्याम रंगीला भी शामिल हैं. कॉमेडियन श्याम रंगीला के पोस्ट पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने जवाब देते हुए लिखा है कि शपथ पत्र अपूर्ण होने और आपके द्वारा शपथ न लिए जाने के कारण आपका नामांकन पत्र निरस्त किया गया है. आदेश की प्रति आपको प्राप्त कराई गई है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने भी पर्चा भरा था. जिला निर्वाचन अधिकारी ने इनका पर्चा निरस्त किया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की पत्नी रीना राय का पर्चा भी डमी कैंडिडेट मानते हुए निरस्त कर दिया गया है. वाराणसी में 1 जून को मतदान होना है. इसके लिए 7 मई से 14 मई तक नामांकन प्रक्रिया पूर्ण हुई है. इसमें कुल 41 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा था. कुल 55 पर्चे आए थे. इनमें प्रधानमंत्री मोदी और अजय राय का चार सेट पर्चा था जबकि शिवकुमार की तरफ से भी चार सेट पर्चा भरा गया था. 17 मई को नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण होगी.भारतीय जनता पार्टी से नरेंद्र मोदी, नेशनल इंडियन कांग्रेस से अजय राय, बहुजन समाज पार्टी से अतहर जमाल लारी, अपना दल (कमेरावादी) से गगन प्रकाश, राष्ट्रीय समाजवादी जन क्रांति पार्टी से पारस नाथ केशरी, युग तुलसी पार्टी से कोली शेट्टी शिवकुमार और निर्दलीय संजय कुमार तिवारी व दिनेश कुमार यादव मैदान में रह गए हैं.