महाराष्ट्र
मुंबई के नंदुरबार में जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण किसी धर्म को नहीं देने दूंगा।उन्होंने कहा मैं दायित्व के साथ कहना चाहता हूं वंचित का जो अधिकार है । मोदी उसका चौकीदार है। ये मोदी की गारंटी है।पीएम मोदी ने कहा कि आरक्षण पर कांग्रेस का हाल चोर मचाए शोर वाला है धर्म के आधार पर आरक्षण बाबा साहब और संविधान के भावना के खिलाफ है। पीएम मोदी ने कहा कांग्रेस जानती है कि वह विकास में मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती इसलिए वह चुनाव में झूठ की फैक्ट्री खोलकर बैठ गया है झूठ फैला कर वोट लेना चाहते हैं ।कभी आरक्षण को लेकर झूठ कभी संविधान को लेकर झूठ, कोई गरीब कुपोषण का शिकार ना हो हमने इसकी भी चिंता की आज नंदुरबार के 12 लाख से ज्यादा लोगों को मुक्त राशन मिल रहा है।
एक तरफ भाजपा का प्रयास है। दूसरी तरफ कांग्रेस है। कांग्रेस ने कभी आदिवासी भाई बहनों की परवाह कभी नहीं की है। दलित पिछड़े आदिवासी का आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को देना कांग्रेस का एजेंडा है। आदिवासी इलाकों में सिकल सेल एनिमिया एक बड़ा खतरा है। लेकिन कांग्रेस ने इस बीमारी की तरह कभी ध्यान ही नहीं दिया ।
सम्पादकीय
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महाराष्ट्र मुंबई के नंदुरबार में जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण किसी धर्म को नहीं देने दूंगा।उन्होंने कहा मैं दायित्व के साथ कहना चाहता हूं वंचित का जो अधिकार है । मोदी उसका चौकीदार है। ये मोदी की गारंटी है।पीएम मोदी ने कहा कि आरक्षण पर कांग्रेस का हाल चोर मचाए शोर वाला है धर्म के आधार पर आरक्षण बाबा साहब और संविधान के भावना के खिलाफ है। पीएम मोदी ने कहा कांग्रेस जानती है कि वह विकास में मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती इसलिए वह चुनाव में झूठ की फैक्ट्री खोलकर बैठ गया है झूठ फैला कर वोट लेना चाहते हैं ।कभी आरक्षण को लेकर झूठ कभी संविधान को लेकर झूठ, कोई गरीब कुपोषण का शिकार ना हो हमने इसकी भी चिंता की आज नंदुरबार के 12 लाख से ज्यादा लोगों को मुक्त राशन मिल रहा है। एक तरफ भाजपा का प्रयास है। दूसरी तरफ कांग्रेस है। कांग्रेस ने कभी आदिवासी भाई बहनों की परवाह कभी नहीं की है। दलित पिछड़े आदिवासी का आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को देना कांग्रेस का एजेंडा है। आदिवासी इलाकों में सिकल सेल एनिमिया एक बड़ा खतरा है। लेकिन कांग्रेस ने इस बीमारी की तरह कभी ध्यान ही नहीं दिया । सम्पादकीय

