देहरादून जिले के भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी एक मेजर लेह में हाई एटीट्यूड पर ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। मेजर के शहीद होने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया।
शहीद मेजर तीन भाई-बहनों सबसे बड़े थे। तीन साल पहले ही मेजर की शादी हुई थी। उनका डेढ़ साल का एक बेटा है। चाचा नरेंद्र नेगी के मुताबिक, लेह में हाई एटीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी से स्वा18 आर्टिलरी बटालियन में तैनात सुदर्शन नेगी के बेटे मेजर प्रणव नेगी (36) लेह में ड्यूटी पर थे। मंगलवार सुबह सेना मुख्यालय से मेजर प्रणव के परिजनों को सूचना मिली कि स्वास्थ्य खराब होने से वह शहीद हो गए हैं। मेजर के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मेजर के रिश्तेदारों और आसपास के लोगों ने शहीद मेजर के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी।
2013 में आईएमए से पास आउट होकर वह सेना में लेफ्टिनेंट बने थे।
वो मूल रूप से थाती डांगर गांव कीर्तिनगर टिहरी के रहने वाले थे। मेजर प्रणव के दादा भी फौज में थे, जबकि पिता ने होटल लाइन में नौकरी कर तीनों बच्चों को मसूरी के प्रतिष्ठित स्कूलों से शिक्षा दिलाई। पूर्व प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी ने बताया, बुधवार शाम तक मेजर का पार्थिव शरीर भानियावाला पहुंचने की संभावना है।
इसके बाद उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया जाएगा।स्थ्य बिगड़ने पर मेजर शहीद हो गए।