आचार्य लोकेश बडोनी मधुर
पुरोला उतरकाशी
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रामा सिंराई कि राजधानी ग्राम गुन्दियाट गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा की षष्ठम दिवस की कथा सुनाते हुए
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हिमालय के सुप्रसिद्ध भागवत कथा वाचक आचार्य शिवप्रसाद नौटियाल जी ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं की पावन कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण लीला पुरुषोत्तम हैं।भगवान श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम है, भगवान श्री कृष्ण ने दुनियां को लीला के माध्यम से जीवन जीने का संदेश दिया व भगवान श्री राम ने मर्यादा के माध्यम से संन्देश दिया है, कि श्रीकृष्ण ने जो कहा उसे करो भगवान राम ने जो किया उसे करो । राम कृष्ण दोउ एक है। अन्तर नहीं निमेष।। आचार्य श्री ने , भगवान गोवर्धन,मथुरा गमन, कंश का उद्वार , गोपि विरह की कथा सुनाते हुए श्रोताओं को आंनद के सागर में डूबो दिया।
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आचार्य श्री ने सामाजिक समरसता का भाव जागते हुए कहा है, सभी भगवान के भक्त हैं कोल,भील,निषाद, शबरी, को भगवान ने गले लगाते हुए कहा, जो हरि को भजे, सो हरि का होई।। आचार्य श्री ने सामाजिक कुरीतियां पर प्रहार करते हुए कहा है कि विवाह जैसे पवित्र मंगल कार्यों में लोग दिखावे के चक्कर में शराब ,मांस तरह तरह के सलाद ने पहाड़ के रिती रिवाज परम्पराओं को विखंडित कर दिया है । जिसे हम सभी को बदलना होगा। उत्तराखण्ड देवभूमि में शराब,मांस, दहेज जैसी कुरूतियां कलंक है, इन कुरीतियों को दूर करने हेतु समाज सेवी , शिक्षाविद्, गांव के प्रबुद्धजनों को आगे आकर खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए। तभी हमारी संस्कृति अजर अमर हो सकती है और भगवान के भक्त कहलाने योग्य है।आचार्य श्री ने कहा धर्म अध्यात्म,भागवत कथा सत्संग से ही
सुख शान्ति समृद्धि व मानवता का विकास सम्भव है।और भारत के अध्यात्म,योग, गुरुकुल शिक्षा पद्धति से सम्पूर्ण मानवता का विकास से ही सम्भव है। कथा मण्डप में 33 कोटी देवी देवता व श्री कपिल मुनि महाराज , श्री कालिगनाग महाराज व श्री शिकारू नाग महाराज, ब्राह्मण देवता , यज्ञ की शोभा बढ़ा रहे हैं। कथा में भागवत कथा के मण्डपाचार्य जमुना प्रसाद विजलवाण, पंण्डित अंकुश गैरोला, आचार्य गणपति बडोनी, आचार्य नितिन नोटियाल, पंण्डित अनिल विजल्वाण, पंण्डित शुभम सेमवाल, संगीताचार्य रामश्वरूप थपलियाल, तबला वादक, शुशील उनियाल,वंशीवादक राजेश पैन्यूली आदि उपस्थित थे ।
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कथा के मुख्य यजमान चद्रमणी नोटियाल व पूरणभक्त नोटियाल सहित समस्त नौटियाल बन्धु हजारों की संख्या में ग्राम व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।