देहरादून जोगीवाला स्थित अलकनंदा एनक्लेव के सेवा निकेतन के नित्यानंद सभागार में उत्तरांचल उत्थान परिषद की और से ग्राम गौरव विशेषांक वार्षिक पत्रिका हिमांजली का विमोचन किया गया इस दौरान वक्ताओं ने अपनी जड़ों से जुड़कर समस्या का समाधान करने व संसाधनों से आर्थिक की विभिन्न उपक्रमों को बढ़ाने पर जोर दिया । कहा कि गांव के प्रति हर व्यक्ति का लगाओ ही वर्तमान की जरूरत है । कार्यक्रम में मुख्यअतिथि योग कास्ट के महानिदेशक डॉक्टर दुर्गेश पंत व विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र ने शिरकत की, मुख्य अतिथि ने कहा की इनोवेशन विज्ञान और तकनीकी के उपयोग से पलायन पर अंकुश लगाया जा सकता है। और कहा कि विज्ञान के माध्यम से हम विकसित हो रहे हैं सभी 13 जिलों में साइंस सेंटर बनने वाला उत्तराखंड पहला राज्य होगा इसके लिए कुछ जिलों में केंद्र बनाए गए हैं । जबकि अन्य में जल्दी ही कार्य पूरा होगा इसके लिए 10-10 करोड रुपए जिलों को मिले हैं। इसके अलावा गांव-गांव तक लोगों को विज्ञान के बारे में बताने के लिए प्रयोगशाला युक्त 4 बसें संचालित हो रही है गांव के प्रति लगाव बना रहना चाहिए क्योंकि यही वर्तमान की जरूरत है विशिष्ट अतिथि डॉक्टर शैलेंद्र ने कहा की अपनी जड़ों से अलग ना हो । इस पर सभी को ध्यान देना होगा । उत्तराखंड पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर एसएससी जी ने कहा ग्रामीण क्षेत्रों बेहतर बनाने से ही पलायन रुकेगा, वर्ष 2017 -18 के मुकाबले स्थिति में सुधार हुआ है ।सरकार की विभिन्न योजनाएं आमजन तक पहुंच सके इसकी ले प्रचार प्रसार जरुरी है । कार्यक्रम के अति विशिष्ट राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले ने कहा उत्तराखंड के लोग बाहरी राज्यों में व्यापार करते हैं ।जिसमें अधिकांश राज्यों में बस चुके हैं। लेकिन एक घर गांव में बनाया जाना चाहिए ।ताकि धार्मिक मांगलिक कार्यक्रम के लिए देश विदेश में टूर के बजाय अपने घर पर ही इन आयोजन का कर सके। पहाड़ों में शिक्षा के लिए सरकार जो भी करें लेकिन विभिन्न विभागों से सेवा निवृत्त अधिकारी, कर्मचारी भी अपनी एक छोटी सी बचत इसमें लगाकर गांव के विकास में योगदान दे सकते इस प्रयास से पलायन पर भी अंकुश लगेगा। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा करोनाकाल के बाद से लोग पहाड़ में स्वरोजगार कर आगे बढ़ रहे हैं । इस अवसर पर परिषद के महामंत्री रामप्रकाश पैन्यूली ने कहा वार्षिक पत्रिका हिमांजली 1974 से जनजागरण का शंखनाद करती आ रही है, देवभूमि उत्तराखंड की परम्पराओं व देवभूमि का स्वरूप सदैव बना रहै। इसके लिए पत्रिका जनजागरण का कार्य वर्षों से करती आ रही है। परिषद के अध्यक्ष जयमल सिंह नेगी, डी,एन ,उनियाल ,प्रोफ़ेसर देवी दत्त चौनियाल ,यशोदा नंद कोठियाल प्रवीण राणा ,डॉक्टर डी ,पी डिमरी,मोहित बडोनी आदि मौजूद रहे।