By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
Uttarakhand Ab TakUttarakhand Ab TakUttarakhand Ab Tak
Notification Show More
Font ResizerAa
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • संस्कृति
  • यूथ
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो
Reading: संयुक्त परिवार में रहना ही अधिक लाभदायक सुरक्षित बुद्धिमत्तापूर्ण सुखदायक है।
Share
Font ResizerAa
Uttarakhand Ab TakUttarakhand Ab Tak
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • संस्कृति
  • यूथ
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो
Search
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • संस्कृति
  • यूथ
  • शिक्षा
  • सामाजिक
  • मनोरंजन
  • स्पोर्ट्स
  • स्वास्थ्य
  • वीडियो
Have an existing account? Sign In
Follow US
उत्तरकाशीउत्तराखंडसामाजिक

संयुक्त परिवार में रहना ही अधिक लाभदायक सुरक्षित बुद्धिमत्तापूर्ण सुखदायक है।

Lokesh Badoni
Last updated: October 10, 2025 10:15 pm
Lokesh Badoni Published October 10, 2025
Share
SHARE

सम्पादकीय

 उत्तराखंड अब-तक न्यूज

         हमारी पुरानी भारतीय परंपरा में संयुक्त परिवार होते थे। घर में चार बेटे, चार बहुएं, 8/10 बच्चे, माता पिता, दादा दादी आदि सब लोग साथ में रहते थे। *”तब परिवार में संगठन प्रेम अनुशासन बड़ों का आदर सम्मान आदि होता था। एक दूसरे के लिए त्याग और सेवा की भावना बनी रहती थी, और सब मिल कर आनन्द से रहते थे।”*

         फिर कुछ समय से कुछ लोग विदेशी पद्धति को अपनाने लगे, कि *”विवाह करते ही परिवार से अलग हो जाओ। अपना पैसे कमाओ खाओ पीओ नाचो गाओ और सो जाओ।” “जब से लोगों में ऐसी स्वार्थ की प्रवृत्ति बढ़ गई, तब से लोगों के जीवन में से सुख शांति आनन्द प्रेम त्याग सहिष्णुता आदि सब उत्तम वस्तुएं निकल गई।”*

           *”अब परिवार से अलग होने पर विवाहित पति पत्नी को जीवन का अनुभव कम होने से, और माता-पिता साथ में न होने से, उनका मार्गदर्शन और सहयोग उचित समय पर न मिलने से, उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।”* उधर माता पिता भी वृद्ध हो गए हैं। *”उनको भी बेटे बहू का सहयोग न मिल पाने से, वे अलग दुखी होते हैं। उनको कोई भोजन बनाकर देने वाला, कपड़े धोने बर्तन साफ करने वाला, घर की देखभाल सुरक्षा करने वाला, रोगी होने पर दवाई चिकित्सा कराने वाला, सत्संग आदि में ले जाने और वापस घर लाने वाला, कोई पास में बैठकर प्रेम से दो बात करने वाला और उनकी सेवा करने वाला व्यक्ति मिलता नहीं।” “इस प्रकार से माता-पिता और बच्चे दोनों अपने अपने क्षेत्र में दुखी रहते हैं।”*

           *”यदि पहले की तरह से संगठित होते, संयुक्त परिवार में रहते, तो दोनों को एक दूसरे से सुख दुख में सहयोग मिलता, और घर परिवार में संगठन सुरक्षा अनुशासन सभ्यता और आनन्द बना रहता।”*

           *”क्योंकि जब लोग इकट्ठे मिलकर रहते हैं, और घर में कोई खुशी का अवसर आता है, तो सबका सुख बढ़ जाता है। यदि कोई समस्या या दुख आ जाए, तो वह दुख सब लोगों में बंट जाता है, और कम परेशान करता है।”*

            *”इसलिए संयुक्त परिवार में रहना ही अधिक लाभदायक सुरक्षित बुद्धिमत्तापूर्ण एवं सुखदायक है।” “आशा है, इन बातों पर गंभीरता से विचार करेंगे, और संयुक्त परिवार की परंपरा को समाज में पुनः लागू करेंगे।

You Might Also Like

सांसद टिहरी गढ़वाल श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय के सभागार में ‘जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति’ (दिशा) की महत्वपूर्ण बैठक हुई संपन्न

मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में 142.25 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

मुख्यमंत्री ने फोटो प्रदर्शनी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया

कारगर साबित हुआ डीएम का आदेश; देहरादून शहर रहा जाम से मुक्त

उत्तराखंड डी०डी०यू०-जी०के०वाई० योजना में देशभर में अव्वल — ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी

Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Telegram Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

  • सांसद टिहरी गढ़वाल श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय के सभागार में ‘जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति’ (दिशा) की महत्वपूर्ण बैठक हुई संपन्न
  • मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में 142.25 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
  • मुख्यमंत्री ने फोटो प्रदर्शनी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया
  • कारगर साबित हुआ डीएम का आदेश; देहरादून शहर रहा जाम से मुक्त
  • उत्तराखंड डी०डी०यू०-जी०के०वाई० योजना में देशभर में अव्वल — ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी

Recent Comments

No comments to show.

Categories

  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • क्राइम
  • संस्कृति
  • शिक्षा
"उत्तराखंड अब तक" हिंदी समाचार वेबसाइट है जो उत्तराखंड से संबंधित ताज़ा खबरें, राजनीति, समाज, और संस्कृति को लेकर प्रस्तुत करती है।
Quick Link
  • उत्तराखंड
  • देश-विदेश
  • राजनीति
  • संस्कृति
  • स्वास्थ्य
Address: New Colony, Ranjawala, Dehradun – 248001
Phone: +91 9760762885
Email:
uttarakhandabtaknews@gmail.com
© Uttarakhand Ab Tak. All Rights Reserved | Developed By: Tech Yard Labs
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?