आज सेवा भारती उत्तराखंड के देहरादून विभाग द्वारा दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग का सरस्वती विद्या मंदिर नथुवावाला देहरादून में सेवा भारती के प्रांतमंत्री विमलकांत मिश्र व देहरादून हरिद्वार विभाग के संगठन मंत्री देवराज और प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख सत्यप्रकाश बंगवाल. प्रांत कोषाध्यक्ष सुधीर मेहता ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उदघाटन सत्र का शुभारंभ किया। उस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा भारती की इस वर्ष की सेवा साधना आपदा प्रबंधन पुस्तिका का भी प्रांत कार्यकारणी के द्वारा विमोचन किया गया है। उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए विमलकांत मिश्र ने कहा शिक्षक कार्यशालाओं के लिए प्रशिक्षण उन्हें अपने समय की बेहतर योजना बनाने और संगठित रहने में मदद कर सकता है। यह शिक्षकों को अधिक उत्पादक बनाता है और उन्हें कागजी कार्रवाई के बजाय छात्र पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक समय देता है।
प्रांतमंत्री ने कहा शिक्षक कार्यशालाओं के लिए अच्छे प्रशिक्षण से सकारात्मक शिक्षण वातावरण बनता है। किसी व्यक्ति को जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना । शिक्षणशास्त्र के सिद्धांतों और पाठ्यक्रम संचालन और मूल्यांकन में इसके अनुप्रयोग की समझ विकसित करना। आस-पास के क्षेत्र में शिक्षण प्रथाओं में सुधार करके शिक्षक शिक्षा में व्यावसायिकता लाना।
सेवाकालीन शिक्षक प्रशिक्षण इसलिए शिक्षकों के सशक्तिकरण और विकास का उपाय है। मुद्दों को कवर करते हैं) की आवश्यकता होती है और इस प्रकार सेवाकालीन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रमुख भूमिका उन कौशलों के विकास पर काम करना है । सूचीबद्ध किए हैं जिनसे शिक्षक सीख सकते हैं और खुद को पेशेवर रूप से विकसित कर सकते हैं। प्रशिक्षण वर्ग में देहरादून महानगर उत्तर दक्षिण व विकास नगर और पुरोला के शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सेवा भारती व सेवा विभाग के कार्यकर्ता उपस्थित थे।