जनपद उतरकाशी के ब्लाक मोरी पट्टी अडोर के पर्यटन स्थली सांकरी के सौंड गांव में भाद्रपद माह के छट मेले में क्षेत्रवासियों ने भगवान श्री धनकेश्वर महाराज के प्रति अगाध आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति असीम अनुराग की अनूठी छटा देखने को मिली ।
इस अवसर पर रंवाई जन एकता मंच के संयोजक चन्द्रमणी रावत ने कहा कि रवाईं क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं को बचाये रखा है। वन संपदा से परिपूर्ण इस इलाके का प्राकृतिक परिवेश भी काफी समृध्द है, जिसे बचाये रखने के लिए भी सब लोगों को निरंतर जुटे रहना होगा। उहोने कहा कि भाद्रपद माह के इस छट मेले को संरक्षित किया जाना जरूरी है। इसके लिये कारगर प्रयास किये जायेंगे। मेले मे पट्टी भडासू , पंचगाई,सिकतूर ,ओडोर , आदि गांवों के लोग सम्मिलित होकर रात्री में आराध्य देवता धनकेश्वर महाराज की पूजा अर्चना के बाद स्थानीय वेशभूषा में तांदी गीत रांशो आदि का आयोजन किया जाता है। मेले के संरक्षक कार्यक्रम में द ग्रीन हिमालयन सोशल वैलफेयर सोसाइटी सौड सांकरी के अध्यक्ष संगीत रावत ने कहा संस्कृति के संरक्षक और अपनी लोक पराम्परागत संस्कृति रीति रिवाज स्थानीय खान-पान, स्थानीय उत्पादन को संजोए रखना अति आवश्यक है। सोसाइटी की अध्यक्षा संगीत रावत ने कहा द ग्रीन हिमालयन सोशल वैलफेयर सोसाइटी कई वर्षों से स्थानीय संस्कृति संरक्षण एवं पर्यटन, स्वरोजगार, स्थानीय उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रही है। छट मेले के अवसर पर। भरत सिंह रावत, युवा नेता प्रवेश रावत, सुखदेव चौहान, बर्फिया लाल, संतोष रावत, पूर्व प्रधान सूरवीर सिंह रावत,भगत सिंह,चैन सिंह आदि उपस्थित थे।