घनशाली
कहते हैं उम्मीद पर दुनिया कायम है लेकिन टिहरी के जयबीर के परिजनों ने घर वापसी की उम्मीद ही छोड़ दी थी, कुछ ऐसा ही मामला है टिहरी जनपद के विकास खण्ड के भिलंगना पट्टी ग्यारह गांव के दोणी वल्ली निवासी एक युवक 18 साल से लापता चल रहा था, परिजनों द्वारा शुरुआती दौर में काफी खोजबीन की थी लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं मिला जिससे उसके परिजन काफी परेशान थे वर्ष 2013 की भीषण आपदा के बाद तो युवक के परिजनों ने उसके जिंदा होने की आशा ही छोड़ दी थी।बेटे के लापता होने के गम में पहले युवक के पिता का देहांत हुआ उसके बाद उसकी माता का स्वर्गवास हो गया लेकिन 18 वर्ष बाद नया सवेरा फाउंडेशन लखनऊ द्वारा लापता जयवीर को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया ।
नया सवेरा फाउंडेशन लखनऊ की मदद से 18 साल से लापता युवक जयवीर सिंह पुत्र स्वर्गीय रणवीर सिंह निवासी धोनी वाली आखिर घर पहुंच गया बेटे के गांव पहुंचते ही परिजनों के छलके खुशी के आंसू नया सवेरा फाउंडेशन लखनऊ की टीम के सदस्य आशीष द्विवेदी एवं अंकित पांडे ने बताया कि लापता जयवीर सिंह लखनऊ के अहमामऊ के पास गंभीर हालत में उन्हें मिला जिसके बाद वह उसे संस्था में लेंगे लेकिन जयवीर अपने गांव जिले के नाम तक नहीं बता पा रहा था जिसके बाद उसकी मेडिकल जांच कराई गई तो जयवीर सिंह सियोफ्रेनिया बीमारी से ग्रसित था । इसके बाद उसका इलाज करने के साथ ही उसे योगासन भी कराया गया जयवीर सिंह की हालत में सुधार होने के बाद संस्था द्वारा उत्तराखंड की सामाजिक संस्था के अध्यक्ष सुमन सिंह रावत से संपर्क करने के बाद जयवीर के गांव का पता लग पाया और उसके परिजनों से संपर्क करने के बाद संस्था के सदस्य आशीष द्विवेदी एवं अंकित पांडे द्वारा जयवीर सिंह को उसके दादा प्रेम सिंह राणा एवं बलबीर सिंह राणा के सुपुर्द किया गया । संस्था के इस नेक काम करने पर ग्राम प्रधान मानवेंद्र सिंह राणा , क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल नेगी पूर्व प्रधान भुमा देवी आदि ने संस्था का आभार व्यक्त किया
नया सवेरा फाउंडेशन लखनऊ की मदद से 18 साल से लापता युवक जयवीर सिंह पुत्र स्वर्गीय रणवीर सिंह निवासी धोनी वाली आखिर घर पहुंच गया बेटे के गांव पहुंचते ही परिजनों के छलके खुशी के आंसू नया सवेरा फाउंडेशन लखनऊ की टीम के सदस्य आशीष द्विवेदी एवं अंकित पांडे ने बताया कि लापता जयवीर सिंह लखनऊ के अहमामऊ के पास गंभीर हालत में उन्हें मिला जिसके बाद वह उसे संस्था में लेंगे लेकिन जयवीर अपने गांव जिले के नाम तक नहीं बता पा रहा था जिसके बाद उसकी मेडिकल जांच कराई गई तो जयवीर सिंह सियोफ्रेनिया बीमारी से ग्रसित था । इसके बाद उसका इलाज करने के साथ ही उसे योगासन भी कराया गया जयवीर सिंह की हालत में सुधार होने के बाद संस्था द्वारा उत्तराखंड की सामाजिक संस्था के अध्यक्ष सुमन सिंह रावत से संपर्क करने के बाद जयवीर के गांव का पता लग पाया और उसके परिजनों से संपर्क करने के बाद संस्था के सदस्य आशीष द्विवेदी एवं अंकित पांडे द्वारा जयवीर सिंह को उसके दादा प्रेम सिंह राणा एवं बलबीर सिंह राणा के सुपुर्द किया गया । संस्था के इस नेक काम करने पर ग्राम प्रधान मानवेंद्र सिंह राणा , क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल नेगी पूर्व प्रधान भुमा देवी आदि ने संस्था का आभार व्यक्त किया