चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने गंगोत्री, यमनोत्री धाम आने वाले यात्रियों को दिक्कत ना हो। और यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं को लेकर प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए।
कंट्रोल रूम से तीर्थ यात्रियों को 24 घंटे मिलती रहेगी।सड़क ,मौसम, जाम समेत जरूरी जानकारी यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान की जानकारी पुलिस और आपदा कंट्रोल रूम से मिलती रहेगी। जिलाधिकारी डाॅ. मेहरबान सिंह विष्ट ने कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन गंभीर है। जिलाधिकारी ने चार धाम यात्रा व्यवस्था हेतु गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में यात्रा को सुचारू रूप से संपादन एवं सुव्यवस्थित के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ उपजिलाधिकारी को यात्रियों की सहायता के लिए पर्यवेक्षक एवं अनुकरण हेतु रोटेशननुसार तहसीलदार,नायक तहसीलदारों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नामित किया है। यमुनोत्री में जिनेन्द्र रावत तहसीलदार पुरोला को 12 मई से 19 मई 2024 तक,20 मई से 26 मई तक। नायब तहसीलदार पुरोला, इस तरह से यात्रा को सुगम, सुव्यवस्थित व यात्रियों की सहायता के लिए रोटेशानुसार मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। तहसीलदार जिनेन्द्र रावत ने कहा है, यमुनोत्री रूट पर गेट और बैरियर सिस्टम से सुचारू रूप से चल रही है और यात्रियों के रहने खाने की उचित व्यवस्था वाले स्थान पर रुके जा रहे हैं। डामटा से खरादी के बीच निश्चित समय के अंतराल में छोड़े जा रहे हैं ।और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रा सुगम और सुव्यवस्थित चल रही है आवाजाही। जिनेन्द्र रावत ने कहा है कि यात्रियों की सहायता के लिए अफसरों के साथ पुलिस एसडीआरएफ ,होमगार्ड की टीम वाहनों को सुचारू रूप से आवाजाई में जुटी है। जानकी चक्की से यमुनोत्री धाम तक 6 किलोमीटर में एसडीआरएफ ,पुलिस ,होमगार्ड की तैनाती हर कैंची , मोड और संकरे रास्ते में की गई है। पैदल चल रहे तीर्थ यात्री घोड़ा, खच्चर, डंडी कंडी वालों को व्यवस्थित आवाजाही कराई गई है। यमुनोत्री धाम में गेट और बैरियर सिस्टम से आवाजाही सुचारू हो गई है। जानकी चट्टी में तीर्थयात्रीयों का चेकअप करने के बाद यमुनोत्री भेजें जा रहें हैं।
यमुनोत्री धाम के रावल व पुरोहित महासभा के अध्यक्ष ने आचार्य पुरूषोत्तम उनियाल ने विडियो जारी कर अस्थानीय प्रशासन से अपिल की है कि यात्रियों को पालीगाड़, नोगांव बड़कोट आदि अस्थानों पर ना रोकें, जानकी चट्टी , खरसाली, फुलचट्टी में पार्किंग खाली पड़े है।और यात्रियों को शाम के छः बजे के बाद जानकी चट्टी से यात्रियों को ना छोड़े। आचार्य पुरुषोत्तम ने कहा तीर्थ पुरोहित और मन्दिर समिति अस्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर यात्रा को सुचारू व सुव्यवस्थित करने के लिए सहयोग का करती रहेगी ।